राम, हिंदू धर्म का सबसे पवित्र नाम | हर धर्म में यह अलग अलग तरीके से लिया जाता है मुस्लिम इन्हें अली, सिख इन्हें वाहेगुरु तो ईसाई इन्हें जीसस पुकारते है। इनके ठिकाने भी धर्म के अनुसार ही हैं मंदिर में बैठते तो हिंदुओं के राम, मस्जिद में बैठते तो मुस्लिम अली, गुरुद्वारे में वाहेगुरु व चर्च में जीसस। हर इंसान अपने दुखों की फरियाद लेकर इनके पास ही जाता है और खुशी-खुशी वापस अपने घर लौट कर आता है इसी उम्मीद और विश्वास के साथ कि अल्लाह, भगवान, वाहे गुरु, जीसस ने मेरी पुकार सुन ली और अब मेरा काम बन जाएगा। यह तो बात हुई इंसानों के दुख उन पर आए संकट व उसके निवारण की, पर कभी सोचा है कि अगर भगवान पर कुछ संकट आए तो क्या होता होगा? तब वह किसके पास अपनी फरियाद लेकर जाते होंगे? अब आप कहेंगे यह कैसे संभव भगवान ही तो हमारे सुख-दुख बांटते है तो वह कैसे दुखी होंगे? जवाब यह है कि दुखी नहीं होते हैं, पर जब उनके नाम पर हम (इंसान जो भगवान का इस पृथ्वी को दिया गया सबसे नायाब तोहफा) आपस में लड़े तो क्या भगवान खुश रह पाएंगे? सोचिए एक मां के दो बेटे हैं और इस पूरी पृथ्वी पर वे तीनों ही जीवित हैं अगर दोनों बे